मां कितनी प्यारी है तू
सब बंधनों से न्यारी है तू
तूने हमें जन्म दिया
कितना बड़ा उपकार हम पर किया
नहीं भूलेंगे तेरा ये उपकार
मां तुझको नमन बारंबार
करती है दिन भर घर का सारा काम
नहीं है तुझे कोई आराम..
मां कितनी प्यारी है तू. .सब बंधनों से न्यारी है तू..
दुनिया के मकड़जाल में वो मेरा पहला कदम
तेरे सहारे से ही मिला मुझे आगे बढ़ने का दम
बचपन में मेरी चोट पर तुझे दुख पहुंचना
मुझे खिलखिलाते देख,,वो तेरा मुस्कुराना
मां कितनी प्यारी है तू..सब बंधनों से न्यारी है तू
मां तेरे आंचल तले जिंदगी लगती है बच्ची
मां कितनी प्यारी है तू और है सच्ची
जब-जब दुख से पड़ा मेरा पाला
मां तेरी लोरी ने मुझे संभाला
मां दुनिया के सब बंधनों से अलग है तेरा प्यार
मां तुझे नमन करे ये संसार..
मां..कितनी प्यारी है तू..,सब बंधनों से न्यारी है तू..
Saturday, January 8, 2011
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