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Wednesday, October 24, 2012

सभी को दशहरा के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामानाएं...


Saturday, February 5, 2011

बदलाव ज़रूरी है..

Saturday, January 8, 2011

मां..कितनी प्यारी है तू..

मां कितनी प्यारी है तू
सब बंधनों से न्यारी है तू
तूने हमें जन्म दिया
कितना बड़ा उपकार हम पर किया
नहीं भूलेंगे तेरा ये उपकार
मां तुझको नमन बारंबार
करती है दिन भर घर का सारा काम
नहीं है तुझे कोई आराम..
मां कितनी प्यारी है तू. .सब बंधनों से न्यारी है तू..


दुनिया के मकड़जाल में वो मेरा पहला कदम
तेरे सहारे से ही मिला मुझे आगे बढ़ने का दम
बचपन में मेरी चोट पर तुझे दुख पहुंचना
मुझे खिलखिलाते देख,,वो तेरा मुस्कुराना
मां कितनी प्यारी है तू..सब बंधनों से न्यारी है तू

मां तेरे आंचल तले जिंदगी लगती है बच्ची
मां कितनी प्यारी है तू और है सच्ची

जब-जब दुख से पड़ा मेरा पाला
मां तेरी लोरी ने मुझे संभाला
मां दुनिया के सब बंधनों से अलग है तेरा प्यार
मां तुझे नमन करे ये संसार..
मां..कितनी प्यारी है तू..,सब बंधनों से न्यारी है तू..

Thursday, January 6, 2011

यादों का बसेरा

वक्त का पहिया पल-पल आगे बढ़ता जा रहा है...हर पल अतीत का हिस्सा बनता जा रहा है.. लेकिन इस अतीत के कुछ पल ऐसे हैं..जो जब-तब याद आकर गुदगुदाते हैं.. हंसाते हैं.. कभी रुलाते हैं.. तो कभी  होठों पर एक मुस्कान खींच जाते हैं. कभी भीड़ में तन्हा कर जाते हैं... कभी तन्हाई में महफिल का अहसास करा जाते हैं. ऐसे ही कुछ पलों को संजोएंगे हम और आप.. बांटेंगे वो खट्टी-मिठी यादें.. जो हैं तो अतीत का हिस्सा.. लेकिन जब-तब गुजरे हुए वक्त की याद ताज़ा कर जाती हैं.

 यादें.. यादें.. और यादें